कलाकार केके कृष्णकुमार कुनाथ की मौत का कारण पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की मौत के बाद गायक केके उर्फ कृष्णकुमार कुन्नाथ (केके उर्फ कृष्णकुमार कुन्नाथ) की मौत ने एक बड़ा झटका दिया है। 31 मई की रात करीब साढ़े 11 बजे जब केके की मौत की खबर आई तो किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था। मन ने यह महसूस करने से इंकार कर दिया कि केके गुजर चुके हैं और अब इस दुनिया में नहीं हैं। फैंस से लेकर सेलेब्रिटीज तक को काफी झटका लगा है। कई हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अक्षय कुमार, रश्मि देसाई और गायक राहुल वैद्य और स्वरा भास्कर तक केके या कृष्णकुमार कुन्नाथ के निधन पर शोक व्यक्त किया। है।
केके के पास औपचारिक प्रशिक्षण बहुत कम था, लेकिन इन गीतों ने उन्हें प्रसिद्धि दिलाई।
53 वर्षीय केके ने अपने अभिनय की शुरुआत 1996 में फिल्म ‘माचिस’ से की, जिसमें ‘छोड़ आए हम वो गलियां’ गाने का प्रदर्शन किया गया। उसके बाद, उन्होंने ‘तड़प तड़के’, ‘नहीं सह सकते,’ ‘दस बहने’, ‘आंखों में तेरी’, ‘तू ही मेरी शब है’, ‘खुदा जाने’ और ‘जिंदगी’ सहित कई गाने गाए। दो पल की।’ केके उन गायकों में से एक थे जो सहजता से सभी शैलियों और भावनाओं के गीत गा सकते थे। जाने-माने गायक किशोर कुमार ने उन्हें प्रभावित किया। हैरानी की बात यह है कि केके के पास कभी भी कोई औपचारिक संगीत निर्देश नहीं था।